tag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post4351113432133658440..comments2023-10-16T05:54:41.543-07:00Comments on Benakab: 62. मधु सिंह : मर्दों की नज़रो से बचना सखी तुम Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-31040339277800889142013-02-12T03:38:29.229-08:002013-02-12T03:38:29.229-08:00 बहाने बनाने में, ए हैं बड़े शातिर ,दिल धड़कने न ... बहाने बनाने में, ए हैं बड़े शातिर ,दिल धड़कने न पाए <br /> सखी सुनना इन्हें चुप -चाप ,बात आगे बढ़ने न पाए ..<br /><br />चेतावनी देती है आपकी गज़ल ... सावधान रहें देश की नारी ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-28098802428447598862013-02-10T21:36:07.196-08:002013-02-10T21:36:07.196-08:00सार्थक संदेश देती सुंदर रचना सार्थक संदेश देती सुंदर रचना संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-76000459126916453592013-02-10T08:16:22.148-08:002013-02-10T08:16:22.148-08:00बहुत ही लाजबाब विवाह गीत ,,,,रचना मुझे बहुत अच्छी ...<b>बहुत ही लाजबाब विवाह गीत ,,,,रचना मुझे बहुत अच्छी लगी,,,,बधाई </b><br /><br /><b>RECENT POST...</b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/02/blog-post_10.html#links" rel="nofollow"> नवगीत,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-26679283789472771262013-02-10T05:16:17.544-08:002013-02-10T05:16:17.544-08:00"समझना, परखना इन्हें गौर से ,बाँहे खुलने ... "समझना, परखना इन्हें गौर से ,बाँहे खुलने न पाए<br /> कसना कसौटी पे पहले इन्हें , धोखा होने न पाए"<br /><br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-7443587325984952202013-02-10T03:33:23.551-08:002013-02-10T03:33:23.551-08:00ये विजेट सफलतापूर्वक अपने ब्लॉग पर स्थापित करने के...ये विजेट सफलतापूर्वक अपने ब्लॉग पर स्थापित करने के बाद "टिप्स हिंदी में" ब्लॉग पर टिप्पणी अवश्य दें |<br /><br />ये मर्द बड़े दिल सर्द बड़े ,बेदर्द न धोखा खाना ,<br /><br />मीठी मीठी बतियों में भूल के न आना .<br /><br />सुन्दर उपालम्भ गीत विवाह पर तो मांगलिक गालियाँ भी गई जाती हैं .कभी एक पोस्ट उन पर भी जन भाषा की मिठास लिए .<br /><br />घूंघट कर लें -सखी रखना घूंघट तुम काढ़<br />शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23726739530254206.post-80643490709533942502013-02-10T03:10:11.634-08:002013-02-10T03:10:11.634-08:00गज़ल के माध्यम से आपने अच्छा सन्देश दिया है!
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आभ...गज़ल के माध्यम से आपने अच्छा सन्देश दिया है!<br />--<br />आभार इसे शेयर करने के लिए!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com