आप के दरबार में आप की दुआ के खातिर
इश्क मेरा रूहानी है
राहे- ख़ुदा कहानी है
बन बैठा मैं रब का बंदा
रब ही मेरी कहानी है
सांसो की धड़कन में मेरे
रब की लिखी कहानी है
इश्क राम रहमान इश्क है
सज्द:गाहों की कहानी है
सज्जाद हूँ मैं दरगाहों का
दिल दरगाहों की कहानी है
रब ही जिश्म है रब ही रूह है
रूह-ए-परवर की कहानी है
सच है यह दुनिया वालों
आना जाना ही कहानी है
मधु "मुस्कान "
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें