सोमवार, 22 अक्तूबर 2012

2.Madhu Singh :Mera Sauhar









  




 मेरा शौहर

मेरा शौहर भी क्या चीज़ है 
जरा खफ़ा हुआ तो कहता अजीब है
गर खुश हुआ तो पल ही में 
बड़े अंदाज़ से कहता अज़ीज़ है 
यह अन्दाज़ उसका कितना लज़ीज़ है 
वो  मेरे  बेहद करीब है 
मेरी जिंदगी का ज़रीब है 
वो मेरी सुबह की पूजा और 
शाम का हबीब  है 
दरअसल वो एक रफ़ीक  है 
वो  जितना मेरे  करीब है 
उससे ज्यादा ,कहीं उसके करीब  है
दिखने में लगता बेहद शरीफ़ है 
पर, एक छुपारुस्तम  शातिर     
और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है 
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है 
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है 

                                मधू "मुस्कान "

37 टिप्‍पणियां:

  1. Sundar prastuti; पर, एक छुपारुस्तम शातिर
    और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
    वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
    मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है

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  2. .

    ஜ▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
    ♥~*~विजयदशमी की हार्दिक बधाई~*~♥
    ஜ▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ

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  3. .

    वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
    मेरा नसीब है…
    हाय!
    कितना अज़ीज़ है

    वाऽऽह… !

    आदरणीया मधु जी
    ईश्वर आपकी घर-गृहस्थी में हमेशा यूं ही प्यार-मुहब्बत और ख़ुशियां कायम रखे … आमीन !



    शुभकामनाओं सहित…
    राजेन्द्र स्वर्णकार

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  4. आपकी ये पोस्ट बड़ी मजेदार लगी
    कुछ पंक्तियों ने तो मन को छु लिया...
    "दिखने में लगता बेहद शरीफ़ है
    पर, एक छुपारुस्तम शातिर
    और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
    वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
    मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है"

    आपके ब्लॉग पर आकर काफी अच्छा लगा।
    अगर आपको अच्छा लगे तो मेरे ब्लॉग से भी जुड़ें।
    धन्यवाद !!

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  5. वाह! बहुत सुन्दर भावमयी रचना...

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  6. दरअशल वो एक रफ़ीक है

    दरअसल वह एक रफीक है ......तेरे फूलों से भी प्यार तेरे काँटों से भी प्यार ..........वह मेरा नसीब है ,मेरे बेहद करीब है ,बिन उसके जीवन कितना गरीब है .

    वही मेरा खुशबदन ,खुश नसीब है ,ज़िन्दगी की तमीज है ,तहज़ीब है .

    बेहतरीन अंदाज़ की रचना .प्रेम करना सिखाती है यह पोस्ट अपनों से .झुठलाती हुई इस शैर को -

    रफीकों से रकीब अच्छे जो जलके नाम लेते हैं ,

    गुलों से खार बेहतर हैं ,जो दामन थाम लेते हैं .

    रफीक बोले तो हीरो ,रकीब बोले तो विलेन ,खलनायक .

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  7. Madu ji kafi dilchsp rachana .....sauhar ki bdtamiji khai uska tameej to nahi ? fil hal rachana ke liye the dil se abhari hun ...sadar dhnyvad .

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  8. मेरा शौहर भी क्या चीज़ है
    मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
    बहुत खूब !!

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  9. शौहर को तो आपने बहुत खुश कर डाला आज.

    सुंदर प्रस्तुति के लिये बधाई मधु जी.

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  10. क्या बात है...वाह!! शुभकामनाएँ.

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  11. प्यार का बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति :
    मेरी नई पोस्ट में आपका स्वागत है

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  12. सुन्दर अभिव्यक्ति.. बहुत बहुत शुभकामनायें

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  13. बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्त लिया है आपने मनोभावों को. आभार भारत पाक एकीकरण -नहीं कभी नहीं

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  14. सुंदर प्रस्तुति ....
    शुभकामनायें ॥

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  15. सुंदर प्रस्तुति..बधाई।।।

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  16. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  17. पर, एक छुपारुस्तम शातिर
    और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
    वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
    मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है


    nekkhyal hain aapke...isi se zindagi haseen hoti hai..
    नेक ख्याल हैं आपके इसी से जिन्दगी हसीन होती है

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  18. सुशील पत्नी के लिए उसका शौहर अजीज ही होता है। बहुत ही सुंदर अभिब्यक्ति,धन्यबाद।

    राजेन्द्र ब्लॉग

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  19. सदा खश रहिये आप दोनों , यही इश्वर से दुआ है !:)
    ~सादर!!!

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  20. bechara sauhar .......ap dono ko hardik subhkamnayen ....sath hi manoranjak prastuti ke liye aabhar.

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  21. bahut sundar dhang se tariph ki hai aapne ..........aap dono ko shubhkamnayen

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  22. behad sundar dhang se apni abhvyakti ko shabd diye hai apne ...Badhai ...
    http://ehsaasmere.blogspot.in/2013/01/blog-post.html

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  23. बहुत सुन्दर ...उम्दा ...अब तो आपने खुश ही कर डाला उनको... सुन्दर लिखा...

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  24. आपकी कविता मजेदार है
    शब्द
    बत्तमीज नहीं बदतमीज़ है।:)

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  25. गूँथ गया सो मोती रह गया सो पत्थर ,

    संग दिल सही ,मेरा आधार कार्ड है .

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  26. वाह, अति सुंदर.सीधे सच्चे भावों ने रचना और भी मनोहारी बना दिया.

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  27. दिखने में लगता बेहद शरीफ़ है
    पर, एक छुपारुस्तम शातिर
    और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
    वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
    मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है

    बहुत खूब,,, सुन्दर :-)
    सादर !

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