मेरा शौहर भी क्या चीज़ है
जरा खफ़ा हुआ तो कहता अजीब है
गर खुश हुआ तो पल ही में
बड़े अंदाज़ से कहता अज़ीज़ है
यह अन्दाज़ उसका कितना लज़ीज़ है
वो मेरे बेहद करीब है
मेरी जिंदगी का ज़रीब है
वो मेरी सुबह की पूजा और
शाम का हबीब है
दरअसल वो एक रफ़ीक है
वो जितना मेरे करीब है
उससे ज्यादा ,कहीं उसके करीब है
दिखने में लगता बेहद शरीफ़ है
पर, एक छुपारुस्तम शातिर
और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
मधू "मुस्कान "
वाह ...
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आपको !
Sundar prastuti; पर, एक छुपारुस्तम शातिर
जवाब देंहटाएंऔर वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
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जवाब देंहटाएंஜ▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
♥~*~विजयदशमी की हार्दिक बधाई~*~♥
ஜ▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
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जवाब देंहटाएंवो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है…
हाय!
कितना अज़ीज़ है
वाऽऽह… !
आदरणीया मधु जी
ईश्वर आपकी घर-गृहस्थी में हमेशा यूं ही प्यार-मुहब्बत और ख़ुशियां कायम रखे … आमीन !
शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार
आपकी ये पोस्ट बड़ी मजेदार लगी
जवाब देंहटाएंकुछ पंक्तियों ने तो मन को छु लिया...
"दिखने में लगता बेहद शरीफ़ है
पर, एक छुपारुस्तम शातिर
और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है"
आपके ब्लॉग पर आकर काफी अच्छा लगा।
अगर आपको अच्छा लगे तो मेरे ब्लॉग से भी जुड़ें।
धन्यवाद !!
वाह! बहुत सुन्दर भावमयी रचना...
जवाब देंहटाएंदरअशल वो एक रफ़ीक है
जवाब देंहटाएंदरअसल वह एक रफीक है ......तेरे फूलों से भी प्यार तेरे काँटों से भी प्यार ..........वह मेरा नसीब है ,मेरे बेहद करीब है ,बिन उसके जीवन कितना गरीब है .
वही मेरा खुशबदन ,खुश नसीब है ,ज़िन्दगी की तमीज है ,तहज़ीब है .
बेहतरीन अंदाज़ की रचना .प्रेम करना सिखाती है यह पोस्ट अपनों से .झुठलाती हुई इस शैर को -
रफीकों से रकीब अच्छे जो जलके नाम लेते हैं ,
गुलों से खार बेहतर हैं ,जो दामन थाम लेते हैं .
रफीक बोले तो हीरो ,रकीब बोले तो विलेन ,खलनायक .
बहुत ही सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएं:-)
Madu ji kafi dilchsp rachana .....sauhar ki bdtamiji khai uska tameej to nahi ? fil hal rachana ke liye the dil se abhari hun ...sadar dhnyvad .
जवाब देंहटाएंvery touching creation..
जवाब देंहटाएंwah kya bat hai...
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमेरा शौहर भी क्या चीज़ है
जवाब देंहटाएंमेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
बहुत खूब !!
सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति आभार हम हिंदी चिट्ठाकार हैं
जवाब देंहटाएंशौहर को तो आपने बहुत खुश कर डाला आज.
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति के लिये बधाई मधु जी.
क्या बात है...वाह!! शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंलाजवाब... बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंप्यार का बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति :
जवाब देंहटाएंमेरी नई पोस्ट में आपका स्वागत है
सुन्दर अभिव्यक्ति.. बहुत बहुत शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्त लिया है आपने मनोभावों को. आभार भारत पाक एकीकरण -नहीं कभी नहीं
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ॥
सुंदर प्रस्तुति..बधाई।।।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंपर, एक छुपारुस्तम शातिर
जवाब देंहटाएंऔर वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
nekkhyal hain aapke...isi se zindagi haseen hoti hai..
नेक ख्याल हैं आपके इसी से जिन्दगी हसीन होती है
सुशील पत्नी के लिए उसका शौहर अजीज ही होता है। बहुत ही सुंदर अभिब्यक्ति,धन्यबाद।
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र ब्लॉग
wh kya bat hai
जवाब देंहटाएंसदा खश रहिये आप दोनों , यही इश्वर से दुआ है !:)
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
bechara sauhar .......ap dono ko hardik subhkamnayen ....sath hi manoranjak prastuti ke liye aabhar.
जवाब देंहटाएंbahut sundar dhang se tariph ki hai aapne ..........aap dono ko shubhkamnayen
जवाब देंहटाएंbehad sundar dhang se apni abhvyakti ko shabd diye hai apne ...Badhai ...
जवाब देंहटाएंhttp://ehsaasmere.blogspot.in/2013/01/blog-post.html
बहुत सुन्दर ...उम्दा ...अब तो आपने खुश ही कर डाला उनको... सुन्दर लिखा...
जवाब देंहटाएंआपकी कविता मजेदार है
जवाब देंहटाएंशब्द
बत्तमीज नहीं बदतमीज़ है।:)
गूँथ गया सो मोती रह गया सो पत्थर ,
जवाब देंहटाएंसंग दिल सही ,मेरा आधार कार्ड है .
वाह, अति सुंदर.सीधे सच्चे भावों ने रचना और भी मनोहारी बना दिया.
जवाब देंहटाएंदिखने में लगता बेहद शरीफ़ है
जवाब देंहटाएंपर, एक छुपारुस्तम शातिर
और वेहद खूबशूरत बत्तमीज़ है
वो जो भी है मेरा शौहर है,मेरा मुरीद है
मेरा नसीब है ,हाय! कितना अज़ीज़ है
बहुत खूब,,, सुन्दर :-)
सादर !
Ohho.. yahan toh shauhar ke hi jalwe hain! :)
जवाब देंहटाएंSundar panktiyan