ईद
अल्लाह करे सबको, ये ईद मुबारक हो
दरवाज़ा खुला रखना, हम दीद करेंगें
गुल न होने पाए, दिलों से प्यार की चाहत
रोशन दिलों को रखना, हम दीद करेंगें
मोल मोहब्बतों का, समझता है ये ज़माना
तुम चाँद बन के आना, हम दीद करेंगें
बिखर सको गर, बन खुशबू बिखर जाना
बन प्यार -प्यार उड़ना , हम दीद करेंगें
दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना
मिलने की कसक बन, हम दीद करेंगें
नफ़रत के हटा चिलमन,चुपके से चले आना
हम दीद करेंगें,हम दीद करेंगें,हम ईद कहेंगें
अपने तबस्सुम से रोशन दिलों को रखना
हम ईद कहेंगें, हम ईद कहेंगें, हम ईद कहेंगें
मधू "मुस्कान "
" दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना
जवाब देंहटाएंमिलने की कसक बन, बस हम दीद करेंगें
नफ़रत के हटा चिलमन,चुपके से चले आना
बस हम दीद करेंगें ,बस हम ईद कहेंगें " behtarin gazal,
bahut khubsoorat.
जवाब देंहटाएंbehtareen line"अल्लाह करे सबको, ये ईद मुबारक हो
जवाब देंहटाएंदरवाज़ा खुला रखना, बस हम दीद करेंगें" moobarak ho
वाह ......... मजा आ गया सुन्दर पोस्ट
जवाब देंहटाएंईद मुबारक हो .
आपके ब्लॉग पर आकर काफी अच्छा लगा।
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धन्यवाद !!
दिलों में मस्ज़िदें ,आँखों में नमाज़ी रखना
जवाब देंहटाएंमिलने की कसक बन, हम दीद करेंगें
...लाज़वाब अहसास....