जिन्दगी के जश्न को जी भर मनाना चाहिए
गम हजारों हों भी तो क्या मुस्कुराना चाहिए
भटकना दर्द के सहरा में भूल कर भी मत कभी
समंदर की हंसी लहरों को सीने में बसाना चाहिए
रहगुज़र तो डूबी हुई है गुमनामी के अंधेरों में
बन दिये की सुर्ख लौ अंधेरों को मिटाना चाहिए
कभी भी भूलकर भी मत रुलाना प्यार को तुम
प्यार के हर पलों में वफ़ा के रंग भरने चाहिए
लबोँ से कभी भी रूखसत न होने पाए मुस्कुराहट
जिन्दगी के चमन में गुले-खुशबू उड़ाना चाहिए
न रोना कह कभी भी बेचारगी में जी रहें हैं जिंदगी
ले दिलों में प्यार की पाकीज़गी चहचहाना चाहिए
हँसी मासूम-सी बच्ची की दिलों में अपने बसाकर
मोहब्बत दिल का नग्मा है इसे गुनगुनाना चाहिए
ये दुनिया है बड़ी ही सिरफिरी ऊँगली तो उठाएगी
काट उनकी उंगलीओं को उनको ही थमाना चाहिए
मधू "मुस्कान"
बहुत उम्दा ग़ज़ल!
जवाब देंहटाएंजज्बातों को जीवंत करती एक जोरदार प्रस्तुति न रोना कह कभी भी बेचारगी में जी रहें हैं जिंदगी
जवाब देंहटाएंले दिलों में प्यार की पाकीज़गी चहचहाना चाहिए
हँसी मासूम-सी बच्ची की दिलों में अपने बसाकर
मोहब्बत दिल का नग्मा है इसे गुनगुनाना चाहिए
ये दुनिया है बड़ी ही सिरफिरी ऊँगली तो उठाएगी
काट इनकी उंगलीओं को इनको ही थमाना चाहिए
Prajna Parth.... bahut khoob ये दुनिया है बड़ी ही सिरफिरी ऊँगली तो उठाएगी
जवाब देंहटाएंकाट इनकी उंगलीओं को इनको ही थमाना चाहिए
जवाब देंहटाएंलबोँ से कभी भी रूखसत न होने पाए मुस्कुराहट
जिन्दगी के चमन में गुले-खुशबू उड़ाना चाहिए
न रोना कह कभी भी बेचारगी में जी रहें हैं जिंदगी
ले दिलों में प्यार की पाकीज़गी चहचहाना चाहिए
हँसी मासूम-सी बच्ची की दिलों में अपने बसाकर
मोहब्बत दिल का नग्मा है इसे गुनगुनाना चाहिए
ये दुनिया है बड़ी ही सिरफिरी ऊँगली तो उठाएगी
काट उनकी उंगलीओं को उनको ही थमाना चाहिए
पहली प्रतिक्रिया -
हुजूमे गम मेरी फितरत बदल नहीं सकते ,
मैं क्या करूं मुझे आदत है मुस्कुराने की .
बढ़िया खूबसूरत अशआर ,पाकीज़ा विचार ,अर्थ छटा भावों की .
(खुश्बू ,ऊंगलियों ,बहु वचन में ईकारांत का इकारांत हो जाता है )
आप आयें ,बहार लायें ,छाया चित्रों का सौन्दर्य हर पल लिए आयें .पल प्रतिपल मुस्कुराएँ क्योंकि -
ram ram bhai
http://veerubhai1947.blogspot.in/://veerubhai1947.blogspot.in/
शुक्रवार, 16 नवम्बर 2012
H1N1 bigger killer in Maharashtra State than dengue &malaria
Sunder
जवाब देंहटाएंये दुनिया है बड़ी ही सिरफिरी ऊँगली तो उठाएगी
काट उनकी उंगलीओं को उनको ही थमाना चाहिए
जवाब देंहटाएंकल 17/11/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बहुत खूबसूरत गजल |
जवाब देंहटाएंஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
ब्लॉग जगत में नया "दीप"
ஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
न रोना कह कभी भी बेचारगी में जी रहें हैं जिंदगी
जवाब देंहटाएंले दिलों में प्यार की पाकीज़गी चहचहाना चाहिए
बहुत खूब कहा आपने.
जवाब देंहटाएंजिन्दगी के जश्न को जी भर मनाना चाहिए
गम हजारों हों भी तो क्या मुस्कुराना चाहिए
भटकना दर्द के सहरा में भूल कर भी मत कभी
समंदर की हंसी लहरों को सीने में बसाना चाहि
हँसी मासूम-सी बच्ची की दिलों में अपने बसाकर
मोहब्बत दिल का नग्मा है इसे गुनगुनाना चाहिए
एक फलसफा दिया है ज़िन्दगी का आपने इन अश-आरों में एक अंदाज़ ये भी है -
जाम को टकरा रहा हूँ जाम से ,
खेलता हूँ गर्दिशे ऐयाम (गर्दिश के दिन )से ,
उनका गम ,उनका तसव्वुर ,उनकी याद ,
कट रही है ज़िन्दगी आराम से .
और एक अंदाज़ ये भी है कुछ ज़िन्दगी से हताश लोगों का -
पूछना है गर्दिशे ऐयाम से ,
अरे !हम भी बैठेंगे कभी आराम से .
इन्हीं लोगों के लिए लिखा गया है -
कुछ लोग इस तरह जिंदगानी के सफर में हैं ,
दिन रात चल रहें हैं ,मगर घर के घटर में हैं .
आपकी उत्प्रेरणा हम से निरंतर कुछ अच्छा लिखवाती रहे -खुशामदीद मधु जी ,खैरमकदम आपका ,इस्तकबाल करतें हैं हम आपका .
बहुत ही बढियां गजल..
जवाब देंहटाएं:-)
आपने बड़े ख़ूबसूरत ख़यालों से सजा कर एक निहायत उम्दा ग़ज़ल लिखी है।
जवाब देंहटाएंभावनात्मक एवं मर्मस्पर्शी गजल।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन अंदाज़..... सुन्दर
जवाब देंहटाएंअभिव्यक्ति........