चलो आज हम सब दिवाली मनाएँ
बने दीप खुद हम, खुद को जलाएँ
बने रोशनी हम सभी के दिलों की
चेहरों पे सब के तबस्सुम खिलाएँ
अमीरी गरीबी की नफ़रत मिटाएँ
दिलों से सभी के दिलों को मिलाएँ
आँखों में आसूँ दिखे न किसी के
दुनिया नई हम एक ऐसी बनाएँ
भूख से अब न कोई रोता दिखे
दिलों में मोहब्बत के दीए जलाएँ
नफ़रत की आंधी हम रोक कर
प्यार की एक ऐसी ज्योती जलाएँ
गर दिखे कोई रोता कहीं भी हमे
उठा अपने सीने से उसको लगाएँ
हम सब बने एक माँ की मोहब्बत
धरा पर मोहब्बत के दीए जलाएँ
हर दिवाली को ऐसी दीवाली बनाएँ
बन दिया प्यार का ख़ुद को जलाएँ
मधू "मुस्कान"
दुनिया नई हम एक ऐसी बनाएँ
भूख से अब न कोई रोता दिखे
दिलों में मोहब्बत के दीए जलाएँ
नफ़रत की आंधी हम रोक कर
प्यार की एक ऐसी ज्योती जलाएँ
गर दिखे कोई रोता कहीं भी हमे
उठा अपने सीने से उसको लगाएँ
हम सब बने एक माँ की मोहब्बत
धरा पर मोहब्बत के दीए जलाएँ
हर दिवाली को ऐसी दीवाली बनाएँ
बन दिया प्यार का ख़ुद को जलाएँ
मधू "मुस्कान"
दीपोत्सव की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
जवाब देंहटाएंसादर
nice lines,happy divali "गर दिखे कोई रोता कहीं भी हमे
जवाब देंहटाएंउठा अपने सीने से उसको लगाएँ
हम सब बने एक माँ की मोहब्बत
धरा पर मोहब्बत के दीए जलाएँ
हर दिवाली को ऐसी दीवाली बनाएँ
बन दिया प्यार का ख़ुद को जलाएँ
बहुत सुंदर...आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!
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जवाब देंहटाएंबहुत प्रेरणा दायक ओज की रचना ,शुभ भावना की रचना ,आम औ ख़ास के प्रति .आभार आपकी उत्साह दायक टिप्पणियों का उत्प्रेरण देकर आप हमें तेज़ दौड़ा ती हैं .आभार .मुबारक दिवाली ,मुबारक धनगोबर ,दूज भैया मुबारक .
हम सब बने एक माँ की मोहब्बत
धरा पर मोहब्बत के दीए जलाएँ
बहुत सुंदर रचना
दीवाली का पर्व है, सबको बाँटों प्यार।
जवाब देंहटाएंआतिशबाजी का नहीं, ये पावन त्यौहार।।
लक्ष्मी और गणेश के, साथ शारदा होय।
उनका दुनिया में कभी, बाल न बाँका होय।
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(¯*•๑۩۞۩:♥♥ :|| दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें || ♥♥ :۩۞۩๑•*¯)
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सच्चा और सार्थक सन्देश - दीपोत्सव की हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंदीवाली की एक अच्छी कामना की है इस कविता मे बधाई। http://krantiswar.blogspot.in/2012/11/2-2010-6-x-4-t-d-s-healthy-mind-in.html
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