आईए जी देखिए, एक नया चेहरा हमारे गाँव का
हर छोरा - छोरी गाँव का है फेसबुक पर छा गया
गिल्ली- डंडा डिलिट हो गया गाँव के परिवेस से
हर छोरा - छोरी गाँव का है फेसबुक पर छा गया
गिल्ली- डंडा डिलिट हो गया गाँव के परिवेस से
खेत से खलिहान तक चेहरा फेसबुक का है आ गया
शब्द कितने खो गए अब गाँव की चौपाल से
छोरा-छोरी की जगह दिल्ली का बंदा बंदी आ गया
है लगी अब होड़ कैफों में , खाते फ्री में खोले जा रहें
फेसबुक, मॉडर्ननिटी का नया सिम्बल बन आ गया
नारा लग रहा है, दोस्तों आप फेसबुक पर आईए
बन झुमरी तलैया प्यार का फेसबुक अब छा गया
आती-पाती, घघोरानी, खो गए गाँव के परिवेस से
साँप -सीढ़ी , खेल भी अब खुद को ही है खा गया
आती-पाती, घघोरानी, खो गए गाँव के परिवेस से
साँप -सीढ़ी , खेल भी अब खुद को ही है खा गया
जल्द एकाउंट आप अपना फेसबुक पर खोलवाईए
फेसबुक, मोडेर्न्निटी का चेहरा नया बन छा गया
गाँव की मासूमियत अब दिखती नहीं है पनघटों पर
फेसबुक, मोडेर्न्निटी का चेहरा नया बन छा गया
गाँव की मासूमियत अब दिखती नहीं है पनघटों पर
वो मेरी लाईक की है ,का बुखार गाँव में भी छा गया
गाँव की अमराईयों में फेसबुक है दिख रहा अब
गाँव की अमराईयों में फेसबुक है दिख रहा अब
चेहरा हमारे गाँव का, जी- मेंल पर अब छा गया
भाषा टिप्पड़ी की फेसबुक पर एक नई अब आ गई
असर सहर की भाषा का हमारे गाँव पर भी आ गया
मधु "मुस्कान "भाषा टिप्पड़ी की फेसबुक पर एक नई अब आ गई
असर सहर की भाषा का हमारे गाँव पर भी आ गया
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जवाब देंहटाएंभाषा टिप्पड़ी की फेसबुक पर एक नई अब आ गई
असर सहर की भाषा का हमारे गाँव पर भी आ गया
भारत पर इंडिया का नशा छा गया .
एहबाब का चेहरा फेसबुक पे आ गया .
बढ़िया प्रस्तुति .
(मुबारक प्रेम दिवस पर प्रेम )
बढिया मधु जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति मधु जी.फेसबुक की दीवानगी तो हदे पार कर गयी है.
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लोग्स संकलक (ब्लॉग कलश) पर आपका स्वागत है,आपका परामर्श चाहिए.
"ब्लॉग कलश"
बेह्तरीन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंप्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए हैं सभी
प्यार से मिट गए सारे शिकबे गले ,प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
प्यार के गीत जब गुनगुनाओगे तुम ,उस पल खार से प्यार पाओगे तुम
प्यार दौलत से मिलता नहीं है कभी ,प्यार पर हर किसी का अधिकार है
गाँव की अमराईयों में फेसबुक है दिख रहा अब
जवाब देंहटाएंचेहरा हमारे गाँव का, जी- मेंल पर अब छा गया
बादल रहा है रंग रूप गाँव का ...
सुंदर बात ...!!
शुभकामनायें ।
बहुत शानदार उम्दा प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंधीरे धीरे गाँव का परिवेश बदल रहा है,,,
धीरे धीरे गाँव का शहरीकरण हो रहा है
recent post: बसंती रंग छा गया
बहुत सही बात कही आपने.....
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
वाह वाह ,क्या खूब ,परिवर्तन की वयार गाँव में
जवाब देंहटाएंअब दिखने लगी है ,अच्छी बात है ,पर फेसबुक का नशा कुछ जूरुरत से ज्यादा चढ़ गया है