कफ़न
बिगड़ा हुआ ज़माने का चलन देख रहा हूँ
दिलों में छुपे ज़हर को पहचानते नहीं
दिलों में छुपे ज़हर को पहचानते नहीं
अरमान के पहलू में कफ़न देख रहा हूँ
इज्जत तो घर में ही लुटने लगी है दोस्त
आग में जलता हुआ वतन देख रहा हूँ
इज्जत तो घर में ही लुटने लगी है दोस्त
आग में जलता हुआ वतन देख रहा हूँ
अम्नो -अमन के चेहरे मायूस हो गए हैं
सलीबों पे लटका हुआ चमन देख रहा हूँ
सीता तो जली गई थी मर्यादा की आग में
आज घर-घर में मर्यादा हनन देख रहा हूँ
रिश्ते तो सारे जल कर ख़ाक हो गए हैं
मुरझाई हुई ममता का रुदन देख रहा हूँ
इज्जत तो लुट रही दरिन्दों के हाथ रोज
हर बेवा के पे माथे पर सिकन देख रहा हूँ
तहज़ीबो- अदब को, दफ्न कर दिया जिंदा
अब इस मुल्क का बदला चलन देख रहा हूँ
मधु "मुस्कान "
सीता तो जली गई थी मर्यादा की आग में
आज घर-घर में मर्यादा हनन देख रहा हूँ
रिश्ते तो सारे जल कर ख़ाक हो गए हैं
मुरझाई हुई ममता का रुदन देख रहा हूँ
इज्जत तो लुट रही दरिन्दों के हाथ रोज
हर बेवा के पे माथे पर सिकन देख रहा हूँ
तहज़ीबो- अदब को, दफ्न कर दिया जिंदा
अब इस मुल्क का बदला चलन देख रहा हूँ
मधु "मुस्कान "
बहुत सुन्दर भावप्रणव रचना!
जवाब देंहटाएंअरमान जल रहें हैं मातम की गोद में
जवाब देंहटाएंबिगड़ा हुआ ज़माने का चलन देख रहा हूँ........................................smst panktiyon dwara sunder abhivyakti
समाज को आइना दिखाती सटीक प्रस्तुति - बहुत खूब
जवाब देंहटाएंसमाज की असल तस्वीर
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव, अच्छी रचना
बेहतरीन प्रस्तुति,वर्तमान सामाजिक परिवेस को
जवाब देंहटाएंबेनकाब करती रचना अरमान जल रहें हैं मातम की गोद में
बिगड़ा हुआ ज़माने का चलन देख रहा हूँ........सीता तो जली गई थी मर्यादा की आग में
आज घर-घर में मर्यादा हनन देख रहा हूँ.........
तल्ख़ सच्चाईओं से रूबरू कराती सुन्दर और भावपूर्ण
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति अरमान जल रहें हैं मातम की गोद में
बिगड़ा हुआ ज़माने का चलन देख रहा हूँ
Bahut Sahi . Aaj ki sachai vayan kar di aapne .
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार हम हिंदी चिट्ठाकार हैं
जवाब देंहटाएंहमारे वक्त की चीत्कार /आवाज़ है यह रचना
जवाब देंहटाएंविचार और भाव की सशक्त अभिव्यक्ति .इस दौर की ज्वलंत समस्याओं को आपने उठाया .काफी समय से आपकी रचनाओं तक कुछ तकनीकी कुछ अपनी कम्प्यूटर अल्पज्ञता की वजह से पहुँच नहीं
जवाब देंहटाएंपा रहे थे .आज पहुंचे खलनायक बनके स्पेम बीच में आ गया है पोस्ट और ब्लोगर के बीच .