काली बिल्ली
नहीं जाउंगी मै अब दिल्ली
जब भी निकलो, जिधर से निकलो
रस्ता काटे काली बिल्ली
घुट -घुट कर मरती है दिल्ली
रस्ता काटे काली बिल्ली
घुट -घुट कर मरती है दिल्ली
खून से लथपथ है अब दिल्ली
काली करनी काली धरनी
काली करतूतों की दिल्ली
काले कौवे शोर मचाते
कोयल की है उड़ती खिल्ली
मर्यादा का चीर हरण कर
सभी यहाँ हैं सेखनं चिल्ली
कभी रही अशोक की दिल्ली
आज बनी है शोक की दिल्ली
पांडवों की थी जुड़ी कहानी
हुई आज तुगलक की दिल्ली
पृथ्वी राज की सान थी दिल्ली
मर्यादा की जान थी दिल्ली
तार-तार मर्यादा कर दी
आज हुई नंगों की दिल्ली
क्या कहूँ आज रोती अब दिल्ली
चीर हरण की बस्ती दिल्ली
रो रही आज हैं सभी बेटियाँ
हुई आज यह काली बिल्ली
राज घाट पर बापू रोते
रो ती है अब देश की दिली
सत्य अहिंसा की मत पूछों
हुई आज निर्वसन है दिल्ली
जहाँ जहाँ तुम आँख रखोगे
दिख जाएगी काली बिल्ली
मान प्रतिष्ठा जल खाक हो गई
कौवों की जमघट है दिल्ली
दिल्ली अब नाम बदल दो
नाम लिखो अब काली बिल्ली
दिल है काला काली दिल्ली
हुई आज नागों की दिल्ली
यमुना की जलधार मर गई
रोज लुटाती अस्मत दिल्ली
नाग नाथ औ साप नाथ मिल
सुबह शाम सब लूटें दिल्ली
दिल्ली का दिल दहल गया है
रोज रोज का बम है दिल्ली
संसद भी महफूज नहीं अब
दिल्ली हो गई काली बिल्ली
(दिल्ली की है गज़ब कहानी (3)अतिशीघ्र )
(प्रेरणा श्रोत -आदरणीय ,डॉक्टर बागीश जी )
मधु "मुस्कान "
आज बनी है शोक की दिल्ली
पांडवों की थी जुड़ी कहानी
हुई आज तुगलक की दिल्ली
पृथ्वी राज की सान थी दिल्ली
मर्यादा की जान थी दिल्ली
तार-तार मर्यादा कर दी
आज हुई नंगों की दिल्ली
क्या कहूँ आज रोती अब दिल्ली
चीर हरण की बस्ती दिल्ली
रो रही आज हैं सभी बेटियाँ
हुई आज यह काली बिल्ली
राज घाट पर बापू रोते
रो ती है अब देश की दिली
सत्य अहिंसा की मत पूछों
हुई आज निर्वसन है दिल्ली
जहाँ जहाँ तुम आँख रखोगे
दिख जाएगी काली बिल्ली
मान प्रतिष्ठा जल खाक हो गई
कौवों की जमघट है दिल्ली
दिल्ली अब नाम बदल दो
नाम लिखो अब काली बिल्ली
दिल है काला काली दिल्ली
हुई आज नागों की दिल्ली
यमुना की जलधार मर गई
रोज लुटाती अस्मत दिल्ली
नाग नाथ औ साप नाथ मिल
सुबह शाम सब लूटें दिल्ली
दिल्ली का दिल दहल गया है
रोज रोज का बम है दिल्ली
संसद भी महफूज नहीं अब
दिल्ली हो गई काली बिल्ली
(दिल्ली की है गज़ब कहानी (3)अतिशीघ्र )
(प्रेरणा श्रोत -आदरणीय ,डॉक्टर बागीश जी )
मधु "मुस्कान "
राजधानी के ऐसे हालात दुखद हैं........
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंआज के हालात पर दिल्ली की सटीक प्रस्तुति,,,,,सुंदर रचना बधाई ,,,मधु जी ,,,,
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
recent post: गुलामी का असर,,,
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंमार्मिक -
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें-
उम्दा प्रस्तुति : गणतन्त्र दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंNew post कृष्ण तुम मोडर्न बन जाओ !
इस तंत्र की जय हो .जहां हर पल मरता हो गण ,उस तंत्र की जय हो .जहां पल प्रति पल होतें हों बलात्कार हर उम्र की मादा के साथ .जहां डाल डाल पे वहशियों का हो डेरा
जवाब देंहटाएंI am a Hindu and by corollary am a terrorist .Jai ho .
दुश्शासन बैठा संसद में ,
जवाब देंहटाएंअब्दाली की अब है दिल्ली .
ये विजेट सफलतापूर्वक अपने ब्लॉग पर स्थापित करने के बाद "टिप्स हिंदी में" ब्लॉग पर टिप्पणी अवश्य दें |
जवाब देंहटाएंसत्य अहिंसा की मत पूछो ,
हुई आज निर्वसना दिल्ली .
निर्वसना कर लें .